
NANDED TODAY: 12,Feb,2022 नांदेड़ के गुरु गोबिंद सिंह सरकारी दवाखाने में उपचार करने के लिए लाखों पेशंट नांदेड़ समेत मराठवाड़ा से नांदेड़ आते है जिनका सफ़ल उपचार क्या जाता है परंतु नांदेड़ के गुरु गोबिंद सिंह सरकारी दवाखानों में अक्सर ये देखा गया है के
हॉस्पिटल की कई मशीने समय पर मेंटेनेंस नही होने के कारन बंद नज़र आती है जिसके कारन अनेक ग़रीब मरीज़ों को नांदेड़ के डॉक्टर लेन में आकर स्कैन रिपोर्टकी मोटी रखम चुकानी पडती है!

नांदेड़ के गुरु गोबिंद सिंह सरकारी दवाखाने में अनेक ग़रीब,शेतकरी,मज़दूर,मरीज़ ऐसे भी आते है जिन्हे MRI की आवयश्कता होती है परंतु गुरुगोबिंद सिंघ सरकारी दवाखाने में MRI मशीन उपलब्ध नही होने के कारन
अनेक मरीज़ों को अनेक दिक्कतों का सामना करना पड रहा था! इस मामले की गंभीरता से दखल लेते हुए राष्ट्रवादी काँग्रेस पार्टी नांदेड़ शहर जिल्हाध्यक्ष रऊफ ज़मींदार ने श्री कमल किशोर कदम के
मार्गदर्शन में 17,नवंबर 2021 को एक पत्र आरोग्यमंत्री राजेश टोपे को सौंप नांदेड़ के गुरु गोबिंद सिंह सरकारी दवाखाने में MRI मशीन तत्काल उपलब्ध करवाने का अनुरोध किया था!

आरोग्यमंत्री राजेश टोपे ने राष्ट्रवादी काँग्रेस पार्टी नांदेड़ शहर जिल्हाध्यक्ष रऊफ ज़मींदार की सामाजिक कार्य एंव नांदेड़ ज़िले के गरीब मज़दूर परिवार वालों के बारें में गंभीरता से दखल लेकर 3 महीनों के भीतर नांदेड़ शहर जिल्हाध्यक्ष रऊफ ज़मींदार को 4,फ़रवरी,2022 को
एक पत्र रवाना किया जिस में उन्होंने नांदेड़ के गुरु गोबिंद सिंह सरकारी दवाखाने में MRI मशीन शुरू करने की जानकारी दी!
नांदेड़ केगुरु गोबिंद सिंह सरकारी दवाखाने में MRI मशीन शुरू करने की जानकारी सोशल मीडिया में वैराल होते ही नांदेड़ के अनेक सामाजिक कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रवादी काँग्रेस पार्टी नांदेड़ शहर जिल्हाध्यक्ष रऊफ ज़मींदार को शुभकामनाएं भेजी!


इस यंत्र का आविष्कार होने के बाद मेडिकल जगत को एक बहुत बड़ी सहायता मिल गई। इसके माध्यम से डॉक्टर किसी भी व्यक्ति के शरीर के आंतरिक भागों की अंदरूनी जांच कर सकते हैं।
मस्तिष्क व रीढ़ की हड्डी में कुछ तकलीफ होने पर।
ट्यूमर व सिस्ट जैसे बाकी शरीर में होने वाले रोगों के लिए।
ब्रेस्ट कैंसर की सम्भावना वाली महिलाओं के लिए ब्रेस्ट कैंसर स्क्रीनिंग।
कमर या घुटनों जैसे जोड़ों में चोट का पता लगाने के लिए।
बहुत सी हृदय सम्बन्धित समस्याओं को जानने के लिए।
लीवर व आदि ऑर्गन में होने वाली समस्याओं को जानने के लिए।
महिलाओं में होने वाले पेल्विक पेन को जानने के लिए।
महिलाओं में बांझपन के दौरान कुछ यूटरिन में होने वाली समस्याओं का पता लगाने के लिए।


इस स्कैन के दौरान आपको एक बेड आपके शरीर के जिस हिस्से का स्कैन होना है उस हिसाब से आपको लेटाया जाता है। अर्थात यह निर्णय किया जाता है कि आपके पैर आगे होने हैं या आपका सिर।
एमआरआई स्कैनर एक रेडियोग्राफर की मदद से काम करता है जोकि तस्वीरों को बाहर निकालता है। इसे एक कंप्यूटर की सहायता से ऑपरेट किया जाता है और इसे दूसरे कमरे में रखा जाता है
ताकि वह स्कैनर में लगे मैग्नेट के सम्पर्क में न आ पाए।
आप एक इंटरकॉम के माध्यम से रेडियोग्राफर से बात भी कर सकते हैं और वह स्कैन करने के दौरान आपको मॉनिटर पर देख भी सकते हैं।
स्कैन के दौरान स्कैनर जोर जोर से आवाजें भी निकालता है। यह स्कैनर के अंदर इलेक्ट्रिक करंट होता है जो बार बार ऑन व ऑफ किया जाता है। आपको हेड फोन भी पहनने को दिए जाते हैं।
आपको पूरी स्कैन के दौरान एक ही अवस्था में रहना होता है। यह स्कैन आपके शरीर के स्कैन होने वाले भाग के आधार पर 15 से 90 मिनट लंबा चल सकता है।

वैसे तो किसी मरीज पर एमआरआई स्कैन का कोई नुकसान या कोई साइड इफेक्ट कम देखने को मिलता है। लेकिन फिर भी कंट्रास्ट डाई के कारण आपका जी घबरा सकता है, आपके सिर में दर्द हो सकता है
और कुछ लोगों को तो जलन या इंफेक्शन भी हो जाता है। इसके कारण एलर्जी भी हो जाती है। इससे आंखों में भी कभी कभार खुजली हो जाती है। यदि आपको इस प्रकार का कोई साइड इफेक्ट देखने को मिलता है तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।