
NANDED TODAY:21,April,2021 उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में कोरोना के कुछ मरीजों की मौत का मामले दिन बा दिन बढ़ते जारहे है! कोरोना का कहर जैसे अब इस विश्व पर हमेशा के लिए अपने कदम जमाए जैसे हालात होगए है!
2020 में कोरोना के पहले स्टेज में देश वो दुनिया के लोगों को अनेक दिक्तों का सामना पड़ गया था परंतु कोरोना की दूसरी लहेर जैसे दुनिया के लोगों को एक बाद एक ख़त्म करने आई हो जैसे!
एक मामला उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में कोरोना के कुछ मरीज़ों का है यहाँ हॉस्पिटल से कोरोना के मूत शरीर है का है, मुरादाबाद के एक हस्पताल में मुस्लिम मूत शरीर को हिंदू परिवार के हवाले करदिया और मुस्लिम परिवार को हिंदू मूत शरीर पहोंचा दिया गया था!
मुस्लिम परिवारों ने ये सोंचा के कोरोना की बीमारी के कारण मरीज़ का चहेरा कुछ चेंज होगया ये सोंचकर हिंदू शव को उन्होंने कब्रिस्तान में दफन कर दिया था! दूसरी ओर हिंदू परिवार में मुस्लिम व्यक्ति की डेथ बॉडी के अंतिम संस्कार करने का समय आया तो सब हैरान होगए!
सब हैरान होगए और अंतिमसंस्कार को रुक दिया गया और परिवार के एक सदस्य ने इस मामले की जानकारी पोलिस को दी, पोलिस श्मशान घाट पहोंची और मामले की छानबीन की तो पोलिस को ये पता चला के दवाखाने वालों ने दो अलग अलग मूत शरीरों को बिना छानबीन करे मुस्लिम शव को हिंदू घर में और हिंदू शव को मुस्लिम परिवार वालों को सौंप दिया था!
पोलिस ने तत्काल मामले को गंभीरता से लेते हुवे फ़ौरन कब्रिस्तान पहुँचकर हिंदू शव को कब्रिस्तान से निकल उसे हिंदू परिवार वालों को सौंपा और मुस्लिम शव को हिन्दू श्मशान घाट से हटाकर मुस्लिम परिवार के हवाले किया!
इस मामले को देश के नागरिकों ने गंभीरता से लेकर हॉस्पिटल से घर आने वाले शव की अच्छी तरहा छानबीन कर उनका अंतिम संस्कार करना चाहिए! और वही मुस्लिम परिवारों ने शव को कब्रिस्तान में दफ़्न करने से पहले शव की अच्छी तरहा जाँच पड़ताल करलेनी चाहिए!
फील हाल एसडीएम सदर प्रशांत तिवारी ने का कहना है कि कॉसमॉस हॉस्पिटल में शव बदलने का मामला सामने आया है। अस्पताल में कोविड के चलते शवों को ट्रिपल लेयर पैकिंग में रखा जाता है। डेड बॉडी का अंतिम संस्कार कोविड प्रोटोकाल से किया जाता है। इस मामले में अस्पताल प्रशासन की गलती हुई और शव बदल गए। उसकी जांच करा कर जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।